बाबा केदारनाथजी के बारे में एक बड़ी प्रसिद्ध सनातन कहावत है – जय बाबा केदार तेरो जन ऊंचु थान तनि ऊंचु राखी ये देशा कु मान..हे बाबा केदार जैसा तेरा स्थान ऊंचा है ऐसे ही मेरे देश का भी मान-सम्मान भी सदा ऊंचा बनाये रखना|
आज बाबा केदारनाथ के भक्तों और श्रद्धालुओं के लिए पावन उत्सव का विशेष पर्व है| ज्ञात हो कि बाबा केदारनाथ की डोली गुरुवार को अपने धाम पहुंचने के बाद, आज 6 मई को सुबह शुभ मुहूर्त में केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। इससे पहले केदारनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली बुधवार को अपने अंतिम पड़ाव गौरीकुंड पहुंच गई थी। बुधवार सुबह छह बजे से फाटा में बाबा केदार की पंचमुखी भोगमूर्ति की विशेष पूजा-अर्चना की गई। धाम के लिए नियुक्त मुख्य पुजारी ने बाबा का श्रंगार कर भोग लगाया और आरती भी उतरकर पूजा-अर्चना की।
देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक केदारनाथ धाम है, मंदाकिनी नदी के किनार बसे इस धाम में शिव जी का विशाल मंदिर है।