केन्द्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुण्डा ने कहा है कि थैलेसीमिया की समस्या से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने के आवश्यकता है, जिसमें विभिन्न मंत्रालय, राज्य सरकारें, शिक्षक और विद्यार्थी, आंगनवाडी और आशा कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाए। वे आज नई दिल्ली में विश्व थैलेसीमिया दिवस पर 2022 में थैलेसीमिया की चुनौतियां विषय पर एक वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। जनजातीय कार्य मंत्रालय ने अन्य मंत्रालयों और थैलेसीमिया एसोसिएशन के साथ मिलकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया। भारत में थैलेसीमिया और सिकल सेल एनीमिया से लगभग एक लाख लोग पीड़ित हैं।
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