श्रीलंका में सरकार के खिलाफ विरोध तेज होने के बाद शूट ऑन साइट ऑर्डर जारी कर दिया गया है। रक्षा मंत्रालय ने तीनों बलों को सार्वजनिक संपत्ति को लूटने या उसे किसी भी प्रकार से नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति पर गोलियां चलाने का आदेश जारी कर दिया है।
सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध विगत कुछ दिनों में ही रफ्तार पकड गया है, जिसके परिणामस्वरूप विरोध स्थलों पर तैनात सुरक्षा बलों के साथ झड़पों की कई घटनाएं सामने आईं हैं। श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और उनके परिवार के कुछ सदस्यों को त्रिंकोमाली नौसेना बेस में स्थानांतरित कर दिया गया है।
श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच हालात पर काबू पाना बडा मुश्किल होता जा रहा है। इस बीच श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को आर्मी, एयरफोर्स और नेवी को सार्वजनिक संपत्ति को लूटने या आम लोगों को चोट पहुंचाने वाले किसी भी दंगाई को गोली मारने का आदेश जारी कर दिया है। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे द्वारा लोगों से ‘हिंसा और बदले की भावना वाले काम’ रोकने की अपील के बाद मंत्रालय का यह आदेश सामने आया है।
जानकारी के अनुसार, श्रीलंका में 12 मई की सुबह सात बजे तक के लिए कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है। दरअसल, श्रीलंका के कई शहरों में हो रहे खूनी संघर्ष के बीच यह फैसला लिया गया है। वहां की सेना को आदेश दिया गया है कि वो दंगाइयों को देखते ही गोली मार दे। यह निर्णय ऐसे समय लिया गया है जब हाल ही में प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद श्रीलंका में हिंसा भड़क गई है।