महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद के बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए एक चिठ्ठी लिखी है। इस चिठ्ठी में उन्होंने मनसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया है। राज ठाकरे ने अपनी इस चिठ्ठी में उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए लिखा है कि सत्ता हमेशा के लिए नहीं रहती है, हमारे धैर्य की परीक्षा न लें।
लाउडस्पीकर विवाद के बीच राज ठाकरे ने लिखी चिठ्ठी में सीएम उद्धव ठाकरे को चेताते हुए कहा है कि “हमारे धैर्य की परीक्षा न लें क्योंकि सत्ता आती है और जाती है। क्या सरकार और पुलिस ने मस्जिदों में छिपे हथियारों की बरामदगी और आतंकियों को पकडने के लिए भी ऐसी फुर्ती दिखाई थी। राजनीति में कोई भी हमेशा के लिए सत्ता में नहीं रहता है। आपके साथ भी यह हमेशा के लिए नहीं रहेगा।” राज ठाकरे ने आगे लिखा, 4 तारीख को लाउडस्पीकर उतारने को लेकर जो हमारी मुहिम थी, उसके खिलाफ महाराष्ट्र भर के तमाम मनसे सैनिकों के ऊपर आपकी पुलिस और सरकार की तरफ से कार्रवाई की जा रही है। संदीप देशपांडे समेत तमाम कार्यकर्ताओं को पुलिस अभी भी खोज रही है, यह ठीक नहीं है। मुंबई पुलिस मनसे कार्यकर्ता संदीप देशपांडे की तलाश कर रही है। संदीप देशपांडे को राज ठाकरे का करीबी भी माना जाता है। पुलिस ने लगभग 28000 मनसे कार्यकर्ताओं को नोटिस दिए गए हैं जबकि हजारों निर्वासित हैं। यह किसलिए है।