श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे ने आज एक बार फिर देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। श्री विक्रमसिंघे श्रीलंका के पांच बार प्रधानमंत्री रह चुके है। कोलंबो में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्ष ने यूनाइटेड नेशनल पार्टी के नेता विक्रमसिंघे को शपथ दिलाई।
शांतिपूर्ण सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर समर्थकों के हिंसक हमलों के बाद राष्ट्रपति के भाई महिंदा राजपक्ष ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 73 वर्षीय विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री बनाने को देश में संकट समाप्त करने और अंतर्राष्ट्रीय विश्वास बहाल करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ सहायता पैकेज पर बातचीत भी कर रही है। बुधवार को प्रदर्शनकारियों पर हमले के बाद अधिकारियों ने राजधानी की सड़कों पर बख्तरबंद वाहनों और सैनिकों को तैनात किया था। विरोध प्रदर्शन के दौरान नौ लोगों की जान चली गई और 200 से अधिक घायल हुए थे। प्रदर्शनकारी संकट के लिए जिम्मेदार राष्ट्रपति औऱ प्रधानमंत्री दोनों से त्याग पत्र की मांग कर रहे थे। इस बीच, राष्ट्रपति गोटबया राजपक्ष के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर 17 मई को चर्चा होगी।
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