मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चीन और भारत के बीच पिछले 4 साल से पूर्वी लद्दाख में सैन्य तनातनी लगातार बरकरार है. इसके बावजूद वह मामले को शांति से सुलझाने के बजाय भारत की सुरक्षा के लिए लगातार खतरे खड़े कर रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट से पता चला है कि वह पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर के एक हिस्से में सड़क का निर्माण कर रहा है. यह सड़क शक्सगाम वैली में बनाई जा रही है, जो भारत के सियाचिन ग्लेशियर से महज 30 मील दूर है.
मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार, सैटेलाइट इमेज से पता चला है कि चीनी के शिनजियांग प्रांत से निकले नेशनल हाईवे G219 का वह अब आगे पीओके की ओर विस्तार कर रहा है. यह सड़क भारतीय सीमा के सबसे उत्तरी बिंदु यानी सियाचिन ग्लेशियर के इंदिरा कोल से लगभग 50 किमी उत्तर में है. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की ओर से ली गई सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि चीन कराकोरम के पहाड़ों में बीच-बीच में सड़क का निर्माण किया जा रहा है. इस सड़क के निर्माण पर भारतीय सेना ने भी चिंता जताई है. कारगिल, सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कोर के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राकेश शर्मा कहते हैं, “यह सड़क पूरी तरह से अवैध है और भारत को चीन के साथ अपना राजनयिक विरोध दर्ज कराना चाहिए.
जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान और चीन की सेनाएं अक्सर संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास करती रहती हैं, जिससे युद्ध की स्थिति में इस सड़क के दोहरे उपयोग की चिंता भी भारत के सामने बनी हुई है. ऐसे में भारतीय रक्षा विशेषज्ञ लगातार इस सड़क की निगरानी और पीओके में चल रही हलचलों पर कड़ी निगरानी की सलाह देते हैं, जिससे चीन-पाकिस्तान की साजिशों से निपटने के लिए वक्त रहते इंतजाम किए जा सकें.
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें