मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ग्लोबल आउटेज से वैश्विक स्तर पर कई कंपनियों को नुकसान का सामना करना पड़ा है। क्लाउड आउटेज रिस्क पार्टनर पैरामेट्रिक्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि क्राउडस्ट्राइक की वजह से 500 फॉर्च्यून कंपनियों को 5.4 बिलियन डॉलर तक का नुकसान हुआ है। दरअसल, क्राउडस्ट्राइक के कारण 500 फॉर्च्यून कंपनियों को 25 फीसदी तक का व्यवधान का सामना करना पड़ा था। सबसे ज्यादा एयरलाइन्स, हेल्थकेयर और बैंकिंग इंडस्ट्री के संचालन में दिक्कत आई है। अगर इंश्योर्ड लॉस की बात करें तो इसमें भी 0.5 बिलियन से 1 बिलियन तक की गिरावट होने की उम्मीद है। अगर इतनी गिरावट हुई है तो इसका मतलब है कि कंपनियों को 10 से 20 फीसदी का वित्तीय नुकसान हुआ है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 19 जुलाई 2024 को माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर ठप हो गए थे। सर्वर सही से काम न करने की वजह से एयरलाइंस, अस्पताल, टीवी स्टेशन और वित्तीय बाजारों पर इसका असर पड़ा। इन सभी सेक्टर के संचालन में दिक्कतें आ गई। दरअसल, अचानक से सिस्टम बंद हो जाने या फिर रीबूट की वजह से संचालन सुचारू रूप से नहीं हो रहा था। हालांकि, बाद में इस परेशानी को खत्म कर दिया गया। इस आउटेज की मुख्य वजह क्राउडस्ट्राइक के फाल्कन सेंसर प्लेटफॉर्म में एक डिफॉल्ट अपडेट था। इस अपेडट की वजह से ही माइक्रोसॉफ्ट विंडोज क्रैश हुए थे।
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