नासा ने अपने नाम एक और बड़ी सफलता कर ली है। उसका महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट डार्ट मिशन सफल साबित हुआ है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, धरती को बचाने के मकसद से एस्टेरॉयड को टक्कर मारने निकला डार्ट मिशन अपने उद्देश्य में कामयाब हो गया है। सिर्फ टक्कर नहीं मारी गई है, बल्कि दिशा भी बदल दी गई। नासा के डार्ट मिशन को सफलता मिल गई है। उसका अंतरिक्ष यान एक उल्कापिंड से टकराया था और उसकी कक्षा बदलने में सफल रहा है।
मीडिया सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक अंतरिक्ष यान लाखों मील दूर एक हानिरहित उल्कापिंड से टकराया और इस दौरान उसकी कक्षा बदलने में सफल रहा। यह जानकारी एजेंसी ने ‘सेव द वर्ल्ड’ परीक्षण के नतीजों की घोषणा करते हुए दी है। पृथ्वी की ओर भविष्य में आने वाले घातक उल्कापिंडों की दिशा बदलने की कोशिश के तहत नासा ने अपने तरह का यह पहला प्रयोग दो सप्ताह पहले किया था। इसे उसने डार्ट मिशन नाम दिया। ‘डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट’ (डार्ट) के अंतरिक्षयान ने इरादतन डाइमॉरफोस नाम के उल्कापिंड को 26 सितंबर को टक्कर मारी थी।
मीडिया सूत्रों की माने तो, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। उसकी तरफ से कुछ दिन पहले डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट मिशन के स्पेसक्राफ्ट को डिडिमोस एस्टेरॉयड के चारों तरफ घूम रहे छोटे एस्टेरॉयड डाइमॉरफोस से टकरा दिया गया था। अब नासा ने जारी बयान में बताया है कि उस टक्कर की वजह से एस्टेरॉयड को दूसरी ऑर्बिट में धकेल दिया गया है।