मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए ऑनलाइन कौशल के खेल और किस्मत के खेल में अंतर करने को नोट जारी किया है। नोट के तहत इस मुद्दे पर विभिन्न मंत्रालयों के विचार मांगे गए हैं। एक अधिकारी ने कहा कि विदेशी निवेश पाने के लिए दोनों तरह के खेलों के बीच स्पष्ट अंतर जरूरी है, क्योंकि ऑनलाइन कौशल के खेल में अपार संभावनाएं हैं।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान अपने संबोधन में भारतीय पेशेवरों से वैश्विक गेमिंग बाजार का नेतृत्व करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि गेमिंग उद्योग में देश अग्रणी स्थिति हासिल कर सकता है। कुछ लोग ऑनलाइन गेमिंग को जुए और सट्टेबाजी से जोड़कर आपत्ति जताते हैं। इस बात पर भी सवाल है कि इन चीजों को परिभाषित करने का अंतिम प्राधिकारी कौन होगा। अधिकारी ने कहा ‘हमें इसका आकलन करने के लिए एक स्वतंत्र निकाय की आवश्यकता है।’ भारत सबसे तेजी से बढ़ता मोबाइल गेमिंग बाजार है और समग्र भारतीय गेमिंग उद्योग का वार्षिक राजस्व 2023 में 3.1 बिलियन अमरीकी डॉलर से लगभग दोगुना होकर 2028 तक 6 बिलियन अमरीकी डॉलर होने की उम्मीद है, इंटरएक्टिव एंटरटेनमेंट एंड इनोवेशन काउंसिल और ऑनलाइन गेमिंग फर्म विंजो की एक संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय गेमिंग उद्योग में 1,400 से अधिक गेमिंग कंपनियाँ शामिल हैं, जिनमें 500 गेमिंग स्टूडियो शामिल हैं। गेमिंग के लिए वार्षिक राजस्व 2028 तक 6 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।
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