केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत अगले वर्ष एक या दो मानव को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी में लगा हुआ है। जितेंद्र सिंह ने रविवार को यह बड़ी घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की ओर से मानव को भेजने से पहले इसी वर्ष के अंत तक 2 ट्रायल किए जायेंगे। पहला ट्रायल खाली होगा और दूसरे में एक महिला रोबोट (अंतरिक्ष यात्री) को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘गगनयान’ मिशन की तैयारी पूरी कर ली गई है। जितेंद्र सिंह ने कहा कि, अंतरिक्ष में जिस महिला रोबोट को भेजा जाएगा, उसका नाम ‘व्योममित्र’ रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि, 2 ट्रायल मिशन के आधार पर तीसरे मिशन में भारत के स्पेस यात्री जाएंगे।
भारत अपने गगनयान मिशन की तैयारी कर चुका है। अगले साल ही भारतीय मूल के 1 या 2 लोग अंतरिक्ष में जाएंगे। इसकी जानकारी केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने दी है। इन दोनों मिशन के आधार पर तीसरे मिशन में हमारे अंतरिक्ष यात्री जाएंगे’ चूँकि पहले परीक्षण के तहत मानव रहित विमान को भेजा जाएगा और दूसरे परीक्षण में महिला रोबोट अंतरिक्ष में भेजी जाएगी। इन दोनों ट्रायल के आधार पर ही तीसरा मिशन होगा, जिसमें भारतीय मूल के 1 या 2 लोगों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पहला ट्रायल वर्ष 2022 के मध्य में होगा। साल के आखिर में व्योममित्र रोबोट भेजा जाएगा। इस रोबोट को इसरो ने विकसित किया है। ज्ञात हो कि, पीएम मोदी ने साल 2018 में एक भाषण के दौरान कहा था कि साल 2022 तक कोई भी भारतीय अंतरिक्ष यात्री गगनयान की सवारी कर सकेगा।