मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पर्यटन सीजन खत्म होने के बाद भी गोवा में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। पर्यटन मंत्री रोहन खाउंटे ने बताया कि पर्यटको की संख्या 1 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुकी है। यही नहीं यह आंकड़ा उस धारणा को भी खारिज कर रहा है जिसमें माना जाता है कि मानसून में तटीय राज्य में पर्यटकों की संख्या कम हो जाती है। शनिवार को रोहन खाउंटे ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि नया आंकड़ा कोविड-19 से पहले के आंकड़ों से 150 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने स्वीकार किया कि गोवा को देश के अन्य राज्यों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से भी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि गोवा में आधिकारिक पर्यटन सीजन जून में मानसून की शुरुआत के साथ समाप्त होता है और सितंबर में फिर से शुरू होता है। लेकिन पर्यटन मंत्री के अनुसार राज्य में मानसून के मौसम में भी पर्यटकों का आना जारी रहा है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पर्यटन मंत्री ने बताया कि “मानसून में गोवा के होटलों में 80 प्रतिशत लोग भरे रहते हैं। लोग मानसून के दौरान गोवा आ रहे हैं क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि गोवा में सिर्फ़ समुद्री तट ही नहीं हैं।” पर्यटक गांवों में जाते हैं और महसूस करते हैं कि गोवा समुद्र तटों से कहीं बढ़कर है। उन्होंने कहा, “इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में भी मदद मिलती है।”उन्होंने कहा, “आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। हमने 10 मिलियन का आंकड़ा पार कर लिया है। यह आंकड़ा पहले के आंकड़ों से कहीं ज़्यादा है।” मंत्री रोहन खाउंटे ने कहा कि गोवा को अभी भी नए बाज़ारों से जुड़कर सुधार करने की ज़रूरत है। उन्होंने बताया कि “हमने पर्यटन उद्योग के लिए एक विज़न दस्तावेज़ तैयार किया है। इसे लागू करने के लिए पर्यटन हितधारकों की सक्रिय भागीदारी की जरूरत है। उन्होंने बताया “हमने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है।” पर्यटन मंत्री ने माना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘देखो अपना देश’ पहल के बाद काफी सुधार आया है। उन्होंने कहा, “हमें अन्य राज्यों और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा की इस चुनौती को देखना होगा।” मंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करना है कि दिसंबर जैसे महीनों के दौरान गोवा एक महंगा गंतव्य न रहे। उन्होंने कहा, “दिसंबर में गोवा में होटलों की लागत इतनी अधिक है कि पर्यटक थाईलैंड जैसे अन्य गंतव्यों की ओर देखना शुरू कर देते हैं। वहां वे उसी बजट में यात्रा कर सकते हैं और फिर भी पैसे बचा सकते हैं।” मंत्री ने कहा कि दिसंबर के महीने सहित पर्यटन सीजन के दौरान अपने टैरिफ पर सीमा लगाने के लिए विभिन्न एयरलाइनों और होटल उद्योग के साथ चर्चा शुरू की जाएगी।
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