नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि GST संग्रह पिछले 5 महीनों से लगातार 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने बताया कि 8 इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में जून में डबल डिजिट में बढ़ोतरी हुई। जून में कोर सेक्टर में वार्षिक दर से 12.7% की बढ़ोतरी दर्ज़ की गई। भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत सकारात्मक संकेत दिखा रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि रूस-यूक्रेन संकट, चीन के कई हिस्सों में लॉकडाउन, कोविड-वेव, ओमिक्रोन आदि के चलते अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रभावित है, इसके बावजूद भी हम महंगाई को 7% से नीचे रखने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के प्रयासों के चलते सरकार पर कर्ज़ GDP का 56.9% है। IMF के डेटा के अनुसार भारत दूसरे देशों की तुलना में काफी अच्छी स्थिति में है जहां औसतन सरकार पर कर्ज़ GDP का 86.9% है। केंद्रीय वित्त मंत्री ने बताया कि भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक के सकल NPA 2022 में 6 साल में सबसे निचले स्तर 5.9% पर हैं। चीन के 4000 बैंक दिवालिया होने के कगार पर हैं परन्तु भारत में NPA कम हो रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि अमेरिका की GDP में दूसरी तीमाही में 0.9% की गिरावट दर्ज़ की गई और पहली तिमाही में 1.6% की गिरावट दर्ज़ की गई थी। जिसे उन्होंने अनौपचारिक मंदी का नाम दिया। भारत में मंदी या मुद्रास्फीतिजनित मंदी का सवाल ही नहीं उठता। निर्मला सीतारमण ने बताया कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पिछले 2 साल में भारत को विश्व बैंक, IMF और दूसरी वैश्विक संस्थाओं द्वारा विश्व की विकास दर और भारत की विकास दर के बारे में कई बार आकलन है। हर बार जब उन्होंने आकलन किया है, विश्व की विकास दर उस अवधि में अनुमान से कम रही है, भारत की भी विकास दर अनुमान से कम रही है, लेकिन हर बार भारत की विकास दर सर्वाधिक रही है। उन्होंने कहा कि हमें देखना होगा कि दुनिया में क्या हो रहा है और भारत दुनिया में क्या स्थान रखता है। विश्व ने ऐसी महामारी का सामना पहले कभी नहीं किया।महामारी से बाहर आने के लिए हर कोई अपने स्तर पर काम कर रहा है, इसलिए मैं भारत के लोगों को इसका श्रेय देती हूं।
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