अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की सराहना की, जिसकी वजह से कोविड के दौरान देश में अत्यधिक गरीबी को बढने से रोकने में मदद मिली।
कोष ने एक रिपोर्ट में कहा है कि खाद्य हस्तांतरण और सब्सिडी का विस्तार, गरीबी उन्मूलन के महत्वपूर्ण साधन रहे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी के दौरान 2020 में पात्रता को दोगुना करने से अत्यधिक गरीबी के स्तर को शून्य दशमलव आठ प्रतिशत के निचले स्तर पर बनाए रखने में मदद मिली। इसमें यह भी कहा गया है कि बिना किसी खाद्य सब्सिडी के, महामारी के दौरान अत्यधिक गरीबी में एक दशमलव शून्य पांच प्रतिशत की वृद्धि हो सकती थी। रिपोर्ट के अनुसार 2014 से 2019 की अवधि के दौरान देश में गरीबी में तेजी से गिरावट आई है।
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