भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने एक और अंतरिक्ष मिशन को पूरा कर लिया है। ISRO ने बीते दिन (25 मार्च) जानकारी दी है कि उसके PSLV आर्बिटल एक्सपेरीमेंटल मॉड्यूल-3 (POEM-3) ने कक्षा में कोई मलबा छोड़े बिना पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश कर लिया है। मीडिया की माने तो, अंतरिक्ष में सैटेलाइट का मलबा वर्तमान में एक बहुत बड़ी चुनौती बना हुआ है। ऐसे में ISRO की यह सफलता अंतरिक्ष क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही।
जानकारी के अनुसार, इसरो ने बताया कि पीएसएलवी ने यह सफलता 21 मार्च को हासिल की। पीएसएलवी ऑर्बिटल एक्सपेरिमेंटल मॉड्यूल-3 (POEM-3) ने पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर लिया। इससे पहले हाल ही में इसरो ने रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल तकनीक को लेकर एक सफलता हासिल की थी। इसरो की रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल तकनीक (लॉन्च व्हीकल को दोबारा इस्तेमाल करने की तकनीक) का परीक्षण सफल रहा था। कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में शुक्रवार की सुबह करीब 7.10 बजे इसरो का रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल पुष्पक सफलतापूर्वक ऑटोमैटिक तरीके से रनवे पर लैंड हुआ था। रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल की सफल लैंडिंग पर इसरो ने बयान जारी कर बताया कि रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल तकनीक के मामले में इसरो ने बड़ी कामयाबी हासिल की है।
RLV-LEX-02 Experiment:
🇮🇳ISRO nails it again!🎯Pushpak (RLV-TD), the winged vehicle, landed autonomously with precision on the runway after being released from an off-nominal position.
🚁@IAF_MCC pic.twitter.com/IHNoSOUdRx
— ISRO (@isro) March 22, 2024
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