मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मणिपुर के चुराचांदपुर में परिवार के साथ राहत शिविरों में रहने वाले चार बच्चों की नदी में डूबकर मौत हो गई। मरने वाले बच्चों में तीन लड़की और एक लड़क शामिल है। इन सभी बच्चों की उम्र चार से नौ वर्ष के बीच है।
मीडिया में आई खबर के अनुसार, मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के कारण ये सभी तुइबुओंग में ईसीए कनान राहत शिविर में रह रहे थे। मंगलवार की दोपहर करीब दो बजे चारो बच्चे नदी में नहाने गए थे। जब बच्चे काफी देर तक वापस नहीं लौटे, तब उनके परिवार ने उन्हें ढूंढना शुरू किया। पुलिस को इसकी जानकार दी गई, जिसके बाद उन्होंने भी बच्चों को ढूंढना शुरू किया। पुलिस ने बताया कि बुधवार की सुबह छह बजे बच्चों का शव नदी में मिला।
जानकारी के लिए बता दे, मणिपुर में मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में राज्य के पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ का आयोजन किया गया था। जिसके बाद तीन मई को जातीय हिंसा भड़क गई थी। मणिपुर की आबादी में मैतेई समुदाय की हिस्सेदारी करीब 53 फीसदी है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। आदिवासी नगा और कुकी 40 फीसदी से थोड़ा अधिक हैं और पहाड़ी जिलों में रहते हैं। बता दें कि मणिपुर में जारी हिंसा में अबतक 160 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें