मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार NASA के अंतरिक्ष लॉन्च सिस्टम की प्रारंभिक तैयारियाँ लगभग पूरी हो चुकी हैं और लॉन्चिंग अंतिम चरण में है। मीडिया से आई खबर के अनुसार इसके जरिये आने वाले दो वर्ष में इंसान को चंद्रमा पर भेजने की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।
मीडिया से आई खबर की माने तो अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (NASA) के वैज्ञानिक पहली बार चंद्रमा के अंधेरे हिस्से में उतरेंगे। यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का वह हिस्सा है, जो पृथ्वी से दिखाई नहीं देता। हाल ही में नासा ने एक बयान जारी कर कहा कि वह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास 13 संभावित जगहों पर अपने अंतरिक्ष यात्रियों को उतारेगा। चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव सबसे अधिक उबड़-खाबड़ और गड्ढों से भरा क्षेत्र है।
नासा ने बताया कि उसने जिन 13 लैंडिंग क्षेत्रों को चुना है वे दक्षिणी ध्रुव के अक्षांश के छह डिग्री के भीतर मौजूद हैं। खबर है कि NASA का आर्टेमिस-1 रॉकेट 29 अगस्त को चंद्रमा की 42 दिन की यात्रा पर रवाना हो रहा है।