मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ ने भरोसा जताया कि वह सोमवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत जीत जाएंगे। गठबंधन सहयोगी के सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद वह विश्वास मत का सामना कर रहे हैं।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रचंड (69) नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी सेंटर) के नेता हैं। माओवादी सेंटर प्रतिनिधि सभा में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। 25 दिसंबर, 2022 को पद संभालने के 18 महीने के भीतर उन्हें चौथी बार संसद में विश्वास मत का सामना करना पड़ेगा। पूर्व गुरिल्ला नेता प्रचंड ने शनिवार को काठमांडो में सत्तारूढ़ पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा, कोई संदेह नहीं है कि मेरी सरकार शक्ति परीक्षण में सफल रहेगी।
मीडिया सूत्रों के अनुसार, सत्तारूढ़ गठबंधन व विपक्षी दलों के बीच मतभेदों को बातचीत के जरिये सुलझाया जाएगा। संविधान के अनुसार गठबंधन सरकार का कोई सदस्य समर्थन वापस ले लेता है तो पीएम को 30 दिनों के भीतर विश्वास मत हासिल करना जरूरी होता है।
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