मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सऊदी अरब के प्रिंस वली अहद मोहम्मद बिन सलमान अब पाकिस्तान नहीं आ रहे हैं। अज्ञात कारणों से उन्होंने यात्रा टाल दी है। बताया जा रहा कि दो दिवसीय यात्रा पर 19 मई को इस्लामाबाद आने की उम्मीद थी। वहीं, पाकिस्तान के नवनियुक्त उप प्रधानमंत्री इशाक डार अगले सप्ताह चीन की यात्रा पर जाएंगे।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वली अहद की यात्रा टालने पर विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जेहरा बलूच ने शुक्रवार को कहा कि इस्लामाबाद और रियाद के बीच कार्यक्रम तय होते ही यात्रा का विवरण सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने भरोसा जताया कि यह यात्रा जल्द ही होगी और निश्चित रूप से मूल्यवान होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग उत्सुकता से वली अहमद की प्रतीक्षा कर रहे थे।
मीडिया सूत्रों के अनुसार, मार्च में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सऊदी अरब की यात्रा के बाद पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हाल ही में राजनयिक और व्यापार संबंधी व्यस्तताओं के बाद उच्च स्तरीय यात्रा होने की संभावना थी। बताया जा रहा था कि नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए सऊदी अरब के नेता का आना बहुत महत्वपूर्ण था।
मीडिया में आई खबर के अनुसार, अगर वली अहद मोहम्मद बिन सलमान पाकिस्तान की यात्रा पर आते हैं तो यह इस देश के लिए काफी मददगार होगा। सऊदी अरब आने वाले दिनों में पाकिस्तान में पांच अरब डालर का निवेश कर सकता है। बता दें, यह पांच साल में मोहम्मद बिन सलमान की पाकिस्तान की पहली यात्रा होगी, इससे पहले वह पिछली बार फरवरी 2019 में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के शासन के दौरान देश के दौरे पर आए थे।
मीडिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के नवनियुक्त उप प्रधानमंत्री इशाक डार 13 मई को चीन की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। इस दौरान वह शीर्ष चीनी नेताओं से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा करेंगे, जिसमें अरबों डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना का उन्नयन भी शामिल है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि डार, जो विदेश मंत्री भी हैं, अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ 5वीं पाकिस्तान-चीन विदेश मंत्रियों की रणनीतिक वार्ता की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस दौरान, डार और वांग बहुपक्षीय मंच पर उभरते क्षेत्रीय भू-राजनीतिक परिदृश्य और द्विपक्षीय सहयोग पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
मीडिया सूत्रों के अनुसार, गौरतलब है, पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में ग्वादर बंदरगाह को चीन के शिनजियांग प्रांत से जोड़ने वाले सीपीईसी का भारत विरोध कर रहा है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से होकर गुजर रहा है।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बयान में कहा गया है कि 13-16 मई की अपनी यात्रा के दौरान डार के चीनी नेताओं, वरिष्ठ मंत्रियों और प्रमुख कॉर्पोरेट अधिकारियों से मिलने की भी उम्मीद है। डार की बीजिंग यात्रा उन खबरों के बीच हो रही है जिनमें कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के आने वाले हफ्तों में चीन की यात्रा करने की संभावना है।
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें