नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मौके पर परेड के दौरान भारतीय वायुसेना के विमान तंगैल फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे। भारतीय वायुसेना ने इसकी जानकारी दी है। वायुसेना ने बताया कि इस फ्लाइपास्ट के दौरान वायुसेना का हेरिटेज विमान डाकोटा और दो डॉर्नियर डीओ-228 विमान उड़ान भरेंगे। यह विमान एविएशन टर्बाइन फ्यूल और बायोफ्यूल के मिश्रण से तैयार किए फ्यूल से उड़ान भरेंगे।
मीडिया की माने तो, गणतंत्र दिवस फ्लाईपास्ट में, दो डोर्नियर विमान ऐतिहासिक ‘Tangail formation’ में आसमान में उड़ान भरेंगे, जो भारतीय वायु सेना (IAF’s) की सफल सैन्य रणनीति को संजोने का प्रयास करेंगे, जिसने 1971 के युद्ध के दौरान एक बटालियन को पैराड्रॉप करके पाकिस्तान को मात दे दी थी। द हिन्दू बिजनेसलाइन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR’s) के भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (IIP) द्वारा उत्पादित एक प्रकार के सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) पर दोनों डोर्नियर-228 वैज्ञानिक उड़ान भरेंगे, जो दर्शाता है कि आईएएफ सरकार के 2050 तक शुद्ध शून्य विमानन के वैश्विक एजेंडे में शामिल होने के लिए तैयार है।
बता दें कि, भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर मनीष शर्मा ने ‘कर्तव्य पथ’ पर गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय वायुसेना दल की भागीदारी से पहले शुक्रवार को कहा कि टैंगेल फॉर्मेशन में एक डकोटा विंटेज विमान भी दो इंजन वाले सामान्य प्रयोजन वाले विमान डोर्नियर में शामिल होगा। भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने कहा कि, यह कदम 11 दिसंबर 1971 को तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) के तंगेल इलाके में सेना की पैराशूट रेजिमेंट की दूसरी बटालियन द्वारा की गई एयरड्रॉप की याद दिलाने के लिए है। सैन्य इतिहासकारों के अनुसार, उस समय इस गुप्त ऑपरेशन को उपमहाद्वीप में अपनी तरह का पहला ऑपरेशन माना गया था।
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें