अफगानिस्तान के लिए भारत से अब तक 40 हजार मीट्रिक टन गेहूं भेजा जा चुका है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान पर हुई बैठक में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रूचिरा कम्बोज ने अपनी टिप्पणी में बताया कि भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता सामग्री की अनेक खेप भेजी हैं, जिनमें 32 टन चिकित्सा सहायता भी शामिल है। उन्होंने बताया कि भारत ने अफगानिस्तान में अपने गेहूं का उचित और न्यायपूर्ण वितरण सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। एक तकनीकि दल काबुल में भारतीय दूतावास में तैनात किया गया है जो मानवीय सहायता के प्रभावी संचालन और अफगानिस्तान की जनता के साथ भारत के संवाद और संपर्क की गतिविधियों पर नजर रखता है।
अफगान लोगों के साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संपर्कों का हवाला देते हुए रूचिरा कम्बोज ने कहा कि अफगानिस्तान का पड़ोसी और लंबे समय का साझीदार होने के नाते भारत वहां शांति और स्थिरता की बहाली चाहता है। उन्होंने अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों को प्रभावित करने वाले घटनाक्रम पर चिंता व्यक्त की।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि लश्कर ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा घोषित अन्य आतंकवादी समूहों तथा अफगानिस्तान से बाहर अन्य आतंकी गुटों के भड़काउ बयानों ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए खतरा पैदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में काबुल में एक गुरुद्वारे पर हुए हमले समेत अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिकस्थलों पर हो रहे हमलों ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है।
Courtesy : newsonair.gov.in
Image Source : newsonair.gov.in
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