केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि- “जनगणना आकड़ो का ऐसा स्त्रोत है जिसके आधार पर केंद्र व राज्य सरकारें अपनी नीतियां बनाती हैं। जनगणना एक साथ हमें कई सर्वेक्षणों से बचाने का काम करती है। मोदी सरकार ने तय किया है कि अब जो जनगणना होगी वह ई-जनगणना होगी जिसके आधार पर देश के अगले 25 साल के विकास का खाका तैयार होगा।”
उन्होंने अमिनगांव (असम) में 31 करोड़ की लागत से नवनिर्मित जनगणना भवन का उद्घाटन किया। असम में जनगणना भवन के बनने से पूरे नॉर्थईस्ट की जनगणना और महत्वपूर्ण डेटा के गुणवत्तापूर्ण आकलन में सहायता मिलेगी। साथ ही भाषा एटलस का विमोचन और जनगणना कार्यालय की नई वेबसाइट का शुभारम्भ भी किया।
उक्त जानकारी केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर शेयर भी की है।