मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आजादी के 75 साल का उत्सव प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबके प्रयास के मूल मंत्र के साथ समारोहपूर्वक मनाया जाए। आजादी के अमृत महोत्सव में सभी प्रदेशवासी शामिल हों। जिले से लेकर पंचायत और वार्ड स्तर तक 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में जनता की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव में संचालित गतिविधियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में आजादी के अमृत महोत्सव के लिए कैलेण्डर तैयार कर कार्यक्रमों की श्रंखला 12 मार्च 2021 से आरंभ की गईं। इसी दिन प्रदेश में 407 नगरीय निकाय और 23 पुरातत्व स्थल पर अमृत महोत्सव से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों की एक साथ शुरूआत हुई और अब तक 2800 से अधिक गतिविधियाँ की जा चुकी हैं । प्रमुख सचिव संस्कृति श्री शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के ज्ञात, अज्ञात क्रांतिकारियों, शहीदों, रणबांकुरों, वीरांगनाओं तथा जन-नायकों के आजादी में योगदान और उनकी वीरता से जुड़ी जानकारियों से नई पीढ़ी को अवगत कराने के लिए ऑफलाइन तथा ऑनलाइन गतिविधियाँ और कार्यक्रम संचालित किए गए। रानी अवंतीबाई, रानी दुर्गावती, रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद, शंकरशाह-रघुनाथ शाह और राजा सरयू प्रसाद सहित अनेक जन-नायकों की जयंती और बलिदान दिवस पर व्याख्यान, शोध संगोष्ठी, चित्रांकन कार्यशाला और फिल्म-निर्माण जैसी गतिविधियाँ संचालित की गईं। इसी क्रम में गांधी जयंती पर महात्मा गांधी सम्मान और राम-रहीम भजन संध्या और आदि विद्रोही नाट्य समारोह हुये।
सेना के सहयोग से मध्यप्रदेश पुलिस और एनसीसी कैडेट्स के साथ भोपाल में पहली बार देश-भक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रम हुए। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” पर केन्द्रित संगोष्ठियाँ और प्रतियोगिताएँ की गई। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव की गतिविधियों पर केन्द्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।