ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के सम्मान में, भारत में आज राष्ट्रीय शोक;आधा झुका रहेगा राष्ट्रीय ध्वज

0
30

मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हेलिकॉप्टर हादसे में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की आकस्मिक मौत भारत के लिए भी बड़ा नुकसान है। ये रईसी ही थे, जिन्होंने चीन और पाकिस्तान की ओर से दबाव डाले जाने के बावजूद चाबहार बंदरगाह भारत को सौंपने का रास्ता साफ किया। यही नहीं, ईरान के इस्लामिक देश होने के बाजवूद रईसी ने कश्मीर के मसले पर भी हमेशा भारतीय रुख का समर्थन किया। भारत ने बीते सप्ताह ही ईरान के साथ चाबहार स्थित शाहिद बेहेश्ती बंदरगाह के संचालन व विकास के लिए 10 वर्ष का अनुबंध किया है। यह बंदरगाह भारत को अफगानिस्तान और मध्य एशियाई देशों तक पहुंच का रास्ता देता है। चीन ने पाकिस्तान में ग्वादर बंदरगाह पर जब से पैर जमाए हैं, तभी से भारत के लिए रणनीतिक तौर पर यह जरूरी हो गया था कि अरब सागर में भारत अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए चाबहार में मौजूद रहे। 2003 में पहली बार भारत-ईरान के बीच इस बंदरगाह के विकास और संचालन को लेकर सहमति पत्र पर दस्तखत किए गए थे। लेकिन, दो दशक तक बंदरगाह से संचालन का दीर्घकालिक समझौता अलग-अलग कारणों से लटकता रहा। 2017 में भारत ने बेहेश्ती बंदरगाह पर टर्मिनल का निर्माण कर उसका संचालन शुरू कर दिया। लेकिन, दीर्घकालिक समझौता 2024 में हुआ।

जानकारी के लिए बता दें कि, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि इस त्रासदी के समय भारत ईरान के लोगों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि ईरान के राष्ट्रपति डॉ. इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियन के निधन की खबर सुनकर बड़ा धक्का लगा है। उनके साथ कई मुलाकातें हुई। इसी वर्ष जनवरी में उनसे मिलना हुआ। उनके परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। नई दिल्ली। ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत पर फिलहाल ईरान नेे किसी हमले का शक नहीं जताया है। वहीं, अमेरिका ने भी खुफिया सूत्रों से दावा किया है कि यह हादसा है, हमला नहीं। इस्राइल की तरफ से भी स्पष्टीकरण जारी कर दिया गया है कि रईसी की मौत के पीछे किसी भी तरह से उसका हाथ नहीं है। ध्यान रहे हादसा उस समय हुआ है जब इस्राइल-ईरान के बीच तनाव व्याप्त है। ऐसे में हादसे के समय व इसकी जगह को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल उस हेलिकॉप्टर को लेकर उठ रहा है, जिसमें रईसी सवार थे, क्योंकि वह 45 साल पुराना अमेरिका में बना बेल 212 हेलीकॉप्टर था।

Image Source : ANI

#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi

Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें

Google search engine

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here