भारतीय विरासत और इसके संरक्षण से संबंधित क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्रदान करने और अनुसंधान के लिए जल्द ही एक डीम्ड विश्वविद्यालय के रूप में भारतीय विरासत संस्थान की स्थापना की जाएगी। संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय विरासत संस्थान की स्थापना उत्तर प्रदेश के नोएडा, गौतमबुद्धनगर में की जाएगी। यह संस्थान कला के इतिहास, संरक्षण, संग्रहालय विज्ञान, अभिलेखीय अध्ययन, पुरातत्व, निवारक संरक्षण जैसे विषयों में स्नातकोत्तर और शोध डिग्री प्रदान करेगा। श्री रेड्डी ने यह भी बताया कि भारतीय विरासत संस्थान पूरे सांस्कृतिक क्षेत्र में मानव संसाधन की जरूरतों को पूरा करने के लिए है। ज्ञात है कि नई शिक्षा नीति में शैक्षिक पाठ्यक्रम के अभिन्न अंग के रूप में संस्कृति को शामिल करने की परिकल्पना की गई है। श्री रेड्डी ने यह भी कहा कि इस संस्थान के खोले जाने से उच्च स्तर पर संग्रहालय विज्ञान के अध्ययन को बढ़ावा मिलेगा।
एक पूरक प्रश्न के जवाब में संस्कृति राज्य मंत्री, अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि डिप्लोमा और प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम भी विशेष रूप से कला के इतिहास, संग्रहालय और संरक्षण के अंतर्गत प्रदान किए जाएंगे, जिससे जमीनी स्तर पर मानव संसाधन की जरूरतों में सुधार हो सकेगा।
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