मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार चीनी निर्मित इलेक्ट्रिक वाहनों पर संभावित नए टैरिफ लगाने की तैयारी कर रही है। ताकि कनाडा को अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा उठाए गए कदमों से अलाइन (संरेखित) किया जा सके। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले से परिचित लोगों ने यह जानकारी दी है। सरकार को अभी यह तय करना है कि आगे कैसे बढ़ना है। लेकिन जल्द ही चीनी निर्यात को कनाडा में लाए जाने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों पर लगने वाले टैरिफ पर सार्वजनिक परामर्श शुरू करने की घोषणा होने की संभावना है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी, जो इस शर्त पर बोले कि उनकी पहचान उजागर न की जाए। ट्रूडो पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के नेतृत्व का पालन करने के लिए घरेलू और विदेशों में लगातार दबाव डाला जा रहा है। जिसने मई में चीनी निर्मित इलेक्ट्रिक वाहनों पर टैरिफ को लगभग चौगुना बढ़ाकर 102.5 प्रतिशत तक करने की योजना की घोषणा की थी। यूरोपीय संघ ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह चीनी ईवी पर टैरिफ बढ़ाने की योजना बना रहा है, कुछ वाहनों पर यह शुल्क 48 प्रतिशत तक होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि,पश्चिमी लोकतंत्र तेजी से चीन के प्रमुख सामानों के अति उत्पादन के बारे में चिंतित हैं। इसे सप्लाई चेन पर हावी होने और अपने खुद के उद्योगों को कमजोर करने के प्रयास के रूप में देखते हैं। बैटरी से चलने वाले वाहन एक प्रमुख लक्ष्य बन गए हैं। क्योंकि BYD Co. (बीवाईडी कंपनी) जैसी चीनी फर्में आक्रामक रूप से वैश्विक बाजारों में एंट्री कर रही हैं। गुरुवार को इससे पहले, ओंटारियो के प्रीमियर डग फोर्ड ने चीन पर सस्ते ईवी बनाने के लिए निम्न श्रम मानकों (लो लेबर स्टैंडर्ड) और गंदी ऊर्जा (डर्टी एनर्जी) का फायदा उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने ट्रूडो की सरकार से कम से कम बाइडन टैरिफ से मिलान करने का आह्वान किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा, “जब तक हम जल्दी कदम नहीं उठाएंगे, तब तक हम ओंटारियो और कनाडा की नौकरियों को खतरे में डालते रहेंगे।” स्टेटिस्टिक्स कनाडा के आंकड़ों के अनुसार, कनाडा द्वारा आयातित चीनी इलेक्ट्रिक वाहनों का मूल्य पिछले वर्ष 2.2 अरब कनाडाई डॉलर (1.6 अरब डॉलर) तक पहुंच गया। जो 2022 में सिर्फ 100 मिलियन कनाई डॉलर था। वैंकूवर के बंदरगाह पर चीन से आने वाली कारों की संख्या पांच गुना से ज्यादा हो गई। टेस्ला इंक ने अपने शंघाई कारखाने से वहां मॉडल Y वाहन भेजना शुरू किया।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हालांकि, कनाडा की सरकार की मुख्य चिंता टेस्ला नहीं है। बल्कि चीनी वाहन निर्माताओं द्वारा बनाई गई सस्ती कारों है। जिनके बाजार में आखिरकार बाढ़ आने की संभावना है। सार्वजनिक रूप से, ट्रूडो और उनके कैबिनेट मंत्रियों ने कहा है कि वे देख रहे हैं कि अन्य देश क्या कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने नए टैरिफ के लिए प्रतिबद्ध नहीं किया है। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि पिछले हफ्ते इटली में जी-7 नेताओं के शिखर सम्मेलन में उन्होंने चीनी उत्पादन के बारे में “महत्वपूर्ण बातचीत” की थी। वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड की प्रवक्ता ने कहा कि कनाडा “चीनी आपूर्ति से निपटने के लिए अगले कदमों पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है।” लेकिन यह साफ नहीं किया गया कि क्या टैरिफ तैयार किए जा रहे हैं।
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