मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित कुछ राज्यों में पिछले दिनों ट्रेनों को पलटाने की साजिश के बीज कानपुर, बठिंडा और खंडवा से फिर इसी तरह की घटनाएं सामने आईं हैं। कानपुर में दिल्ली-हावड़ा रूट के प्रेमपुर रेलवे स्टेशन पर लूपलाइन से जा रही मालगाड़ी को ट्रैक पर पांच किलो का खाली सिलेंडर रखकर पलटाने की कोशिश की गई। इस मामले में पुलिस 10 संदिग्धों को पकड़कर उनसे पूछताछ कर रही है। कानपुर में पिछले कुछ दिनों में इस तरह की यह तीसरी घटना है। बठिंडा-दिल्ली ट्रैक पर बठिंडा जिले के बंगी नगर के पास ट्रैक पर सरिया रखकर ट्रेन को पलटाने का षड्यंत्र रचा गया। खंडवा में उस ट्रैक पर 10 डेटोनेटरों में विस्फोट किया गया, जिस पर सेना की विशेष ट्रेन गुरज रही थी। इस मामले में तीन रेल कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है। दिल्ली-हावड़ा रूट पर रविवार सुबह छह बजे प्रयागराज जा रही मालगाड़ी लूपलाइन से रेड सिग्नल की ओर धीरे-धीरे बढ़ रही थी तभी प्लेटफार्म से कुछ आगे लोको पायलट देव आनंद गुप्ता को ट्रैक पर अंदर की ओर कुछ रखा दिखा। उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद उतरकर देखा तो वह गैस सिलेंडर था। ट्रैक के बाहर प्लास्टिक की एक बोरी, बीयर और कोल्ड ड्रिंक की केन पड़ी थी। उन्होंने इसकी सूचना प्रेमपुर स्टेशन के सहायक स्टेशन अधीक्षक को दी। इसके बाद आरपीएफ, जीआरपी के अधिकारियों के अलावा पुलिस कमिश्नर ने पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। फोरेंसिक टीम भी पहुंची। आइबी और एटीएस के अधिकारियों ने भी मौके पर निरीक्षण किया। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने बताया कि यह किसी की शरारत है या फिर कुछ और, इसकी जांच की जा रही है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बठिंडा जिले के बंगी नगर के पास रविवार सुबह करीब तीन बजे एक मालगाड़ी आ रही थी। इस दौरान लोको पायलट ने ट्रैक पर रखी वस्तु देखी। उतरकर उन्होंने देखा तो ट्रैक पर सरिया रखे थे। उनकी सूचना पर रेलवे अधिकारियों और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की। उधर, खंडवा-भुसावल के बीच बुरहानपुर जिले में नेपानगर के समीप रेलवे ट्रैक पर सेना की विशेष ट्रेन गुजरने के दौरान 18 सितंबर को दोपहर में 10 डेटोनेटर फटने से धमाका हुआ था। ये सभी डेटोनेटर जम्मू-कश्मीर से दक्षिण भारत की ओर जा रही सेना की विशेष ट्रेन के पहियों के नीचे आने से फटे थे। इस गंभीर घटना की जांच में रेलवे इंटेलीजेंस, एटीएस, एनएसए, आरपीएफ जुटीं हैं। रेलवे के ट्रैकमैन सहित तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बता दें कि डेटोनेटर एक उपकरण होता है, जो विस्फोटक को सक्रिय करता है। इन्हें रेलवे ट्रैक पर तब लगाया जाता है, जब आपात स्थिति में ट्रेन को रोकना हो। इनका धमाका बहुत हल्का होता है। इनके विस्फोट से ट्रेन के डिरेल होने या नुकसान पहुंचने की आशंका नहीं रहती। भुसावल रेल मंडल की प्रबंधक इति पांडे ने कहा कि डेटोनेटर लगाने का उद्देश्य क्या था और इसमें कौन-कौन शामिल हैं, इसकी जांच की जा रही है।
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