इसरो के कार्टोसैट-2 उपग्रह को अंतरिक्ष से पृथ्वी के वायुमंडल में लाया गया। यह हाई रिजॉल्यूशन इमेजिंग उपग्रहों की दूसरी पीढ़ी का उपग्रह था। इसरो के एक अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। मिली जानकारी के अनुसार, कार्टोसैट-2 सैटेलाइन को 10 जनवरी 2007 में इसरो ने लांच किया था। लॉन्च के समय इसका वजन 680 किलोग्राम था। यह उपग्रह 635 किमी की ऊंचाई पर सूर्य तुल्यकालिक कक्षा (SSO) कक्षा में कार्य कर रहा था। इसरो के बयान के मुताबिक, 2019 तक उपग्रह ने शहरी नियोजन के लिए हाई रिजॉल्यूशन इमेजरी का काम किया।
बता दें कि, कार्टोसैट-2 के सफलतापूर्वक पृथ्वी के वायुमंडल में उतरने को लेकर इसरो अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि सैटेलाइन ने 14 फरवरी को दोपहर 3:48 बजे हिंद महासागर के ऊपर से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया। हालांकि उन्होंने कहा कि आशंका है कि या तो वह जल गया होगा या फिर इसका बचा हुआ हिस्सा समुद्र में गिर गया होगा, जिसे हम ढूंढ नहीं पाएंगे। इसरो ने कहा कि ‘इलेक्ट्रिकल पैसिवेशन’ 14 फरवरी को पूरा हो गया था और ट्रैकिंग दोबारा प्रवेश तक जारी रही। अंतिम टेलीमेट्री फ्रेम ने सफल पैसिवेशन की पुष्टि की, जिसमें उपग्रह लगभग 130 किमी की ऊंचाई पर पहुंच गया था।
Cartosat-2: Atmospheric re-entry
🛰️ Cartosat-2, ISRO's high-resolution imaging satellite, bid adieu with a descent into Earth's atmosphere on February 14, 2024, as predicted.ISRO had lowered its orbit from 635 km to 380 km by early 2020.
This strategic move minimized space… pic.twitter.com/HJCWONymS9
— ISRO (@isro) February 16, 2024
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें