गृह मंत्रालय ने झारखंड के देवघर जिले में हुई रोपवे दुर्घटना को देखते हुए एक परामर्श जारी किया है। मंत्रालय ने भविष्य में ऐसी किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए रोपवे परिचालन पर विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया तथा आकस्मिक योजना बनाने की आवश्यकता पर बल दिया है।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने इस संबंध में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि रोपवे परियोजनाओं का संचालन और इनके रख-रखाव का कार्य पूरी निष्ठा से किया जाना चाहिए। श्री भल्ला ने कहा कि राज्य सरकारों को प्रत्येक रोपवे परियोजना की सुरक्षा ऑडिट के लिए अनुभवी और योग्य फर्म की नियुक्ति करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक रोपवे परियोजना के लिए रख-रखाव नियमावली तैयार की जानी चाहिए, जिसमें सुरक्षा मानक सर्वश्रेष्ठ कार्य प्रणालियों के अनुरूप हों।
श्री अजय भल्ला ने जोर देकर कहा कि रोपवे से जुड़ी आकस्मिक स्थितियों या दुर्घटनाओं से निपटने के लिए मॉक ड्रिल और अभ्यास समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं।
गृह सचिव ने देवघर में बचाव अभियान के दौरान भारतीय वायुसेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, भारतीय सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस तथा स्थानीय नागरिकों के प्रयासों की सराहना की।