विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा है कि क्वाड से पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि 4 देशों के इस संगठन की गतिविधियों के प्रति किसी भी प्रकार का पूर्वाग्रह सामूहिक सहयोग का एकतरफा विरोध करने जैसा है। क्वाड में भारत, अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
कल बैंकाक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने एक विश्वविद्यालय में हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर भारत की दृष्टि विषय पर कहा कि क्वाड संगठन हिंद-प्रशांत क्षेत्र की मौजूदा चुनौतियों के समाधान और अवसरों के लाभ उठाने का बहुपक्षीय मंच है। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में क्वाड के सदस्य देशों के शीर्ष नेतृत्व की बैठकें होती रही हैं और कुछ ही महीने पहले तोक्यो में क्वाड देशों का शिखर सम्मेलन हुआ है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि क्वाड के लक्ष्यों में समुद्री सुरक्षा, मानवीय सहायता, आपदा राहत, साइबर सुरक्षा; शिक्षा, स्वास्थ्य और अंतरिक्ष के क्षेत्रों में नई प्रौद्योगिकियों के समावेश और सहयोग शामिल हैं। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में क्वाड का महत्व लगातार बढ़ रहा है और इससे पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लाभ होगा।
Courtesy : newsonair.gov.in
Image Source : Twitter @DrSJaishankar
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