प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, जहां जहां परिवारवादी पार्टियां हटी हैं, वहां वहां विकास के रास्ते भी खुले हैं। अब इस अभियान को आगे बढ़ने की जिम्मेदारी तेलंगाना के मेरे भाइयों बहनों की है। परिवारवाद की वजह से देश के युवाओं को, देश की प्रतिभाओं को राजनीति में आने का अवसर भी नहीं मिलता। परिवारवाद उनके हर सपनों को कुचलता है, उनके लिए हर दरवाजा बंद करता है। इसलिए, आज 21वीं सदी के भारत के लिए परिवारवाद से मुक्ति, परिवारवादी पार्टियों से मुक्ति एक संकल्प भी है।
उन्होंने कहा कि, भाजपा ने पिछले 8 सालों में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र के साथ देश की निरंतर सेवा की है। गरीब, पिछड़ा, दलित, आदिवासी, हमारी माताएं बहनें, हमारे अंत्योदय के सारे साथी, उनका उत्कर्ष भाजपा की आस्था है। 21वीं सदी का नया भारत ‘आत्मनिर्भर भारत’और ‘मेक इन इंडिया’ के सपनों को लेकर आगे बढ़ रहा है। हमारे स्टार्टअप्स आज पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ रहे हैं। आज हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप ecosystem हैं। अभी कुछ दिन पहले ही, भारत का सौंवां यूनिकॉर्न हमारे सामने आया है। आज हम एक बार फिर से दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं। हमारी इस ग्रोथ स्टोरी में सबसे बड़ी भूमिका है टेक्नोलॉजी की। और टेक्नोलॉजी का नेतृत्व हमारे युवा साथी कर रहे हैं। मैं आप सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से कहूंगा कि हमें पूरी मेहनत करनी है। हमें तेलंगाना की जनता की सेवा में कोई कोर-कसर नहीं छोड़नी है।
आगे उन्होंने कहा कि, मुझे पूरे विश्वास है कि भाजपा का हर एक कार्यकर्ता इसी उत्साह और समर्पण के साथ आगे भी कार्य करता रहेगा। बात जब टेक्नोलॉजी की हो तो तेलंगाना और यहां के युवाओं की क्षमता के बिना ये बात कभी पूरी नहीं हो सकती। इन क्षमताओं के पूरे इस्तेमाल के लिए तेलंगाना को एक प्रोग्रेसिव और ईमानदार सरकार की आवश्यकता है। ये सरकार केवल भाजपा ही दे सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि, मैं तेलंगाना की इस धरती से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ जी को भी बधाई देता हूं। उनको किसी ने कहा कि फलां जगह पर नहीं जाना चाहिए, लेकिन योगी जी ने कहा कि मैं विज्ञान पर विश्वास करता हूं और वो चले गए। आज वो दोबारा मुख्यमंत्री बने हैं। पिछले दिनों अलग अलग चुनावों में भाजपा की जीत इस बात का स्पष्ट संकेत है कि तेलंगाना में अब लोगों ने मन बना लिया है। तेलंगाना में अब बदलाव पक्का है। तेलंगाना में अब भाजपा तय है। दशकों तक चले तेलंगाना आंदोलन में हजारों लोगों ने अपना बलिदान दिया था। ये बलिदान तेलंगाना के भविष्य़ के लिए था। ये बलिदान, तेलंगाना की आन-बान-शान के लिए था। तेलंगाना आंदोलन इसलिए नहीं चला था कि कोई एक परिवार तेलंगाना के विकास के सपनों को लगातार कुचलता रहे।