दिल्ली:आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में स्वतंत्रता दिवस पर लाल क़िले से देश को संबोधित करते हुए अपने संबोधन में कहा कि ये नया भारत है, आत्मविश्वास से भरा हुआ भारत है, ये संकल्पों को चरितार्थ करने के लिए जी-जान से जुटा हुआ भारत है। इसलिए ये भारत न रूकता है, न थकता है, न हांफता है और न ही ये भारत हारता है। आज भारत पुरानी सोच, पुराने ढर्रे को छोड़ करके, लक्ष्यों को तय करके, लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए चल रहा है। जिसका शिलान्यास हमारी सरकार करती है, उसका उद्घाटन भी हम अपने कालखंड में ही करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अगर सपनों को सिद्ध करना है और संकल्प को पार करना है तो हमें तीन बुराइयों से लड़ना होगा। पहली लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है, दूसरी लड़ाई परिवारवाद के खिलाफ है, और तीसरी लड़ाई तुष्टिकरण के खिलाफ है। पीएम मोदी ने कहा कि हमें वो भारत बनाना है, जो पूज्य बाबू के सपनों का था। हमें वो भारत बनाना है, जो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का सपना था। हमें वो भारत बनाना है, जो हमारे वीर शहीदों का था, जो हमारी वीरांगनाओं का था। जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना जीवन दे दिया था। आज उन्होंने कहा कि मैं आप में से आता हूं, मैं आपके बीच से निकला हूं, मैं आपके लिए जीता हूं। अगर मुझे सपना भी आता है तो आपके लिए आता है, अगर मैं पसीना भी बहाता हूं तो आपके लिए बहाता हूं। इसलिए नहीं कि आपने मुझे ये दायित्व दिया, ये मैं इसलिए कर रहा हूं क्योंकि आप मेरे परिवारजन हैं और मैं आपके किसी दुख को नहीं देख सकता हूं। पीएम मोदी ने यहाँ से कहा कि, भ्रष्टाचार ने हमारे देश को दीमक की तरह नोंच लिया है, लेकिन ये मोदी के जीवन का कमिटमेंट है, कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा। दूसरा, परिवारवाद ने हमारे देश को नोंच लिया है। इस परिवारवाद जिस तरह से देश को जकड़ के रखा है, इसने लोगों का हक छीना है। तीसरी बुराई तुष्टिकरण की है। इस तुष्टिकरण ने देश की मूलभूत चिंतन को, हमारे राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगा दिए हैं। तहस-नहस कर दिया है। इसलिए हमें इन बुराइयों, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण के साथ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है। उन्होंने कहा कि हमने कठोर परिश्रम किया है, देश के लिए किया है, शान से किया है। सिर्फ और सिर्फ nation first, राष्ट्र सर्वोपरि…इस भावना से किया है। हमने देश के सीमावर्ती गाँवों के लिए Vibrant Border Village का कार्यक्रम शुरू किया है। अब तक सीमावर्ती गांव को कहा जाता था कि वह देश का आखिरी गांव है। हमने उस सोच को बदला है, वह देश का आखिरी गांव नहीं है! सीमा पर जो नजर आ रहा है, वह देश का पहला गांव है। 2019 में परफॉर्मेंस के आधार पर आप सबने हमें फिर से आशीर्वाद दिया। परिवर्तन का वादा मुझे ले आया और आने वाले 5 साल अभूतपूर्व विकास के हैं। 2047 के सपने को साकार करने के सबसे बड़े स्वर्णिम पल आने वाले 5 साल हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, आपके सामर्थ्य, आपके संकल्प, उसमें हुई प्रगति, उसकी सफलता और गौरवगान, पूरे आत्मविश्वास से आपके सामने प्रस्तुत करूंगा।
News Source: BJP4India