मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) दिसंबर की नीति दर कटौती के बाद लंबे समय तक विराम पर बनी रहेगी। आईसीआईसीआई बैंक के आर्थिक अनुसंधान समूह ने दिसंबर बैठक के मिनट्स के विश्लेषण के बाद कहा कि आगे ढील केवल तभी संभव है जब मुद्रास्फीति लगातार अनुमान से नीचे रहे। फरवरी में एमपीसी नई जीडीपी और सीपीआई श्रृंखला के प्रभाव का आकलन करेगी।
आप को बता दे, दिसंबर बैठक के मिनट्स में मुद्रास्फीति के शांत होने का उल्लेख है तथा आगे ब्याज दर कटौती केवल तभी होगी जब मुद्रास्फीति लगातार अनुमान से नीचे रहे। विकास गति में कमी की चिंता जताई गई है तथा तरलता सुनिश्चित करने के लिए ओएमओ खरीद और एफएक्स स्वैप जारी रहेंगे। आरबीआई ने वित्तीय वर्ष 2026 के लिए जीडीपी वृद्धि अनुमान 7.3 प्रतिशत तथा सीपीआई मुद्रास्फीति पूर्वानुमान 2.0 प्रतिशत कर दिया है। समिति डेटा आधारित नीति पर जोर दे रही है तथा विकास समर्थन और स्थिरता के बीच संतुलन बनाए रखेगी।
Image source: सोशल मीडिया
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