केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि स्कूली शिक्षा एक ऐसी बुनियाद है जिसके बल पर भारत ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनेगा। गुजरात की राजधानी गांधीनगर में शिक्षा मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन में श्री प्रधान ने कहा कि नई पीढ़ी को 21वीं सदी के ज्ञान और कौशल से वंचित नहीं किया जा सकता है।
श्री प्रधान ने कहा कि छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए पीएम श्री स्कूलों की स्थापना की जाएगी। आधुनिक सुविधाओं से युक्त ये स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की प्रयोगशाला होंगे। सरकार, इन स्कूलों को आधुनिक बनाने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सुझाव और राय मांगेगी। उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा विकसित करने के लिए सभी हितधारकों की सक्रिय भागीदारी चाहती है। दो दिवसीय सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्री भाग ले रहे हैं।
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