प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम-केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना को बच्चों के सुनहरे भविष्य की दिशा में निर्णायक कदम बताया है। प्रधानमंत्री ने योजना के 4,000 से अधिक लाभार्थियों को व्यक्तिगत पत्र लिखे, जहां उन्होंने इसके विभिन्न लाभों के बारे में विस्तार से बताया कि जिन बच्चों ने COVID-19 महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खो दिया है, इसका लाभ वे उठा सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अनुभव को भी साझा किया जब उनके परिवार ने भी इसी तरह की त्रासदी का सामना किया था। प्रधानमंत्री ने बच्चों को आश्वासन दिया कि पूरा देश इस कठिन समय में उनके साथ खड़ा है। ये पत्र महिला और बाल विकास मंत्रालय ने साझा किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, यह योजना सुनिश्चित करेगी कि सभी बच्चे स्वतंत्र रूप से सपने देख सकें और उनके सपनों को साकार करने में मदद करने के प्रयासों में कोई कमी न हो। अंग्रेजी, हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में लिखे गए पत्र में प्रधानमंत्री ने कुछ बातें साझा कीं जो उनकी मां ने उन्हें बचपन में बताई थीं। उन्होंने कहा, उनका परिवार भी करीब 100 साल पहले इसी तरह की त्रासदी और दर्द से गुजरा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, एक सदी पहले, जब पूरी दुनिया आज की तरह एक भयानक महामारी की चपेट में थी, उनकी मां ने अपनी मां को खो दिया। प्रधानमंत्री ने यह भी लिखा कि उनकी मां इतनी छोटी थीं कि उन्हें अपनी मां का चेहरा भी याद नहीं है और उन्होंने अपना पूरा जीवन अपनी मां की अनुपस्थिति में उनके स्नेह के बिना बिताया। पीएम मोदी ने कहा, माता-पिता की उपस्थिति हमेशा एक बच्चे के लिए बहुत बड़ा सहारा होती है।
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