प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाइब्रिड शिक्षा प्रणाली पर जोर दिया है। उन्होंने स्कूली बच्चों को प्रौद्योगिकी के अत्यधिक बोझ से बचाने के लिए नियमित कक्षा तथा ऑनलाइन कक्षा में संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। नई दिल्ली में आज श्री मोदी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा की। बैठक में उन्हें राष्ट्रीय पाठ्यक्रम स्वरूप तैयार करने की प्रगति से अवगत कराया गया। इस बैठक में यह सुझाव दिया गया कि आंगनवाड़ी केंद्रों के डेटाबेस को स्कूलों के डेटाबेस से एकीकृत किया जाना चाहिए। प्रौद्योगिकी की सहायता से स्कूलों में बच्चों की स्वास्थ्य जांच भी होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि विज्ञान प्रयोगशालाओं वाले माध्यमिक स्कूलों को अपने क्षेत्र के किसानों के साथ सम्पर्क कर मृदा परीक्षण से जोडा जाना चाहिए, ताकि मिट्टी की गुणवत्ता के बारे में जागरूकता विकसित की जा सके। शिक्षाविद् संत चौधरी ने आकाशवाणी से विशेष बातचीत में कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से छात्रों को बहुत फायदा होगा।
courtesy newsonair