पटना : बिहार के मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा है कि सभी सांसद और विधायक इस बात पर सहमत हुए कि हमें NDA छोड़ देना चाहिए। इसके तुरंत बाद मैंने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। मीडिया सूत्रों के हवाले से आई खबर में नितीश कुमार ने कहा है कि दोनों सदनों के सांसद सारे विधायक और विधानपार्षद के सदस्यों के साथ आज मीटिंग हुई और सभी की इच्छा यही थी की हमें NDA छोड़ देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जैसी सबकी इच्छा थी हमने उसी को स्वीकार कर लिया और मैंने NDA की सरकार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
मीडिया सूत्रों की माने तो राजद नेता तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के साथ आज नीतीश कुमार ने भेट की। इस सारे घटना क्रम पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता आर. के. सिंह ने कहा है कि ये हमारे राज्य का दुर्भाग्य है, 15 साल राजद की सरकार रही, वे (जदयू) पहले भी राजद के साथ गए थे फिर वापस आए, अब फिर से उनके साथ जा रहे हैं। इसमें बिहार की भलाई नहीं है। ये विकास की नहीं, सत्ता की राजनीति हो रही है।
बिहार के इस घटना क्रम पर चिराग पासवान का कहना है कि कैसे कोई ऐसे मुख्यमंत्री पर विश्वास रखेगा जो खुद अपने शब्दों पर नहीं टिकते। इसलिए मैं चाहता हूं कि बिहार को चुनाव में जाना चाहिए। बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार पटना में राबड़ी देवी के आवास पहुंचे।
पटना में जद (यू) मुख्यालय में ‘नीतीश सबके हैं’ पोस्टर लगाया हुआ दिखा है। नीतीश कुमार के NDA छोड़ने के बाद राजद के साथ उन्होंने गठबंधन किया है। इस राजनैतिक घटना क्रम पर बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि BJP ने 74 सीट जीतेने के बाद भी वादे के मुताबिक नीतीश कुमार जी को NDA गठबंधन का मुख्यमंत्री बनाया था। यह बिहार की जनता और BJP के साथ धोखा है, जनता के फैसले का उल्लंघन है। बिहार की जनता इसे बर्दाशत नहीं करेगी।