ब्रिटेन की एक अदालत ने विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के अमरीका प्रत्यर्पण का आदेश दिया है। असांजे पर इराक और अफगानिस्तान में युद्ध संबंधी गोपनीय दस्तावेजों के प्रकाशन के लिए अमरीका में मुकदमा चलाया जाएगा। दोषी ठहराये जाने पर असांजे को एक सौ 75 साल तक की सजा हो सकती है।
इस बीच, ऑस्ट्रेलिया के सीनेटर और वित्तमंत्री सायमन बर्मिंघम ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया असांजे के अमरीका प्रत्यर्पण को चुनौती नहीं देगा। अदालत के आदेश के बाद असांजे के वकीलों के पास ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल के पास आवेदन करने के लिए 18 मई तक का समय है, जिन्हें प्रत्यर्पण पर अंतिम फैसला लेना है।
25 मानवाधिकार संगठनों के समूह ने असांजे के प्रत्यर्पण को चुनौती दी है। उनका कहना है कि इससे अमरीका और अन्य देशों में प्रेस की स्वतंत्रता के लिये गंभीर खतरा उत्पन्न होगा।
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