मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं अपने गाँव के लिए क्या कर सकता हूँ, इस विचार के साथ हमने गाँव का “गौरव दिवस” मनाने का निर्णय लिया है। गाँव अगर ठान ले तो सरकार के साथ मिलकर विकास के कार्य और कई नए नवाचार किए जा सकते हैं। गाँव की इस ताकत हम को जगाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी गाँव अप्रैल के महीने तक “गौरव दिवस” की तारीख तय कर लें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरे मन में यही भाव है कि अपने गाँव को कैसे आगे बढ़ाएं। गाँव आगे बढ़ेगा तो देश आगे बढ़ेगा। हमारी परम्पराएँ, जीवन मूल्य, कारीगरी, कला आगे बढ़ेगी और गाँव में समृद्धि भी आएगी। गाँव को गौरव से भर दीजिए। मध्यप्रदेश गौरवान्वित हो जाएगा और देश में अलग पहचान बनाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ग्राम गौरव दिवस मनाये जाने के संबंध में मंत्रालय से वीसी के माध्यम से ग्राम पंचायतों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे देश की आत्मा गाँवों में बसती है। मध्यप्रदेश शरीर है तो 53 हजार गाँव इस शरीर की धड़कन हैं। इन गाँवों को विकसित करना है और आगे ले जाना है। विकास के लिए सरकार के साथ जनता की भागीदारी आवश्यक है। हम जिस गाँव में पैदा हुए उसके प्रति भी हमारे कुछ कर्त्तव्य हैं। जिस माटी में जन्म लिया उसका हमारे ऊपर कर्ज है। उस कर्ज को हमें उतारना है। अपने लिए तो सभी जीते हैं। वास्तव में तो वही जीता है जो अपने गाँव के लिए जीता है। इसलिए मैं अपने गाँव के लिए क्या कर सकता हूँ, क्या करुंगा इस सोच और विचार के साथ हमने निश्चय किया गौरव दिवस मनाने का। मेरे मन में मेरे गाँव जैत का गौरव दिवस माने का विचार आया। मैंने अपने गाँव का गौरव दिवस मनाया। गाँव में इतना उत्साह है, जिसकी कल्पना नहीं कर सकते। पूरे गाँव में भ्रमण किया। बड़े बूढ़ों से मिले, माता-बहनों से मिले। बाद में ग्राम सभा हुई। ग्राम सभा में गाँव के लिए क्या- क्या कर सकते हैं का निर्णय लिया गया। गाँव का वातावरण बदल गया। गाँव के विकास के लिए कार्य करने का नया उत्साह देखने को मिला।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपने लिए जिए तो क्या जिए, हमारी जिम्मेदारी हमारे गाँव के लिए भी है। हम गाँव के विकास में सहभागी बनें। गाँव वाले ठान लें तो विकास की गति तेज कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम सभा में बैठकर सर्वसम्मति से गाँव के लिए विशेष महत्व रखने वाले दिन, ग्राम गौरव दिवस का निर्धारण कर लें। इसमें तीन दिन तक कार्यक्रम रख सकते हैं। सबको आमंत्रित करें। गाँव का विकास करने के लिए मास्टर प्लान बना लें। सड़क, नाली, बिजली, स्कूल, आँगनवाड़ी आदि के लिए रूपरेखा तैयार करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोज एक पेड़ लगाना धरती माता का कर्ज उतारना है। ग्रामवासी गाँव की स्व्च्छता के लिए विचार करें। गाँव की आँगनवाड़ी और स्कूलों को सुचारू रूप से चलाने की कोशिश करें। राशन दुकानें भी अच्छे से संचालित हों। गाँव में नशामुक्ति के लिए भी प्रयास कर सकते हैं। इसी तरह अन्य कई प्रयास किए जा सकते हैं, जिससे गाँवों का चहुँमुखी विकास हो सके।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम सब मिलकर गाँवों में रोजगार बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं। गाँव की आमदनी बढ़ाना, समृद्धि लाने और रोजगार के लिए राज्य सरकार का भरपूर सहयोग मिलेगा। ग्रामवासी ग्रामों के विकास के लिए खुद सोच- समझकर योजनाएँ बना सकते हैं। गाँवों में धूमधाम और आनंद से होली मनायें। कोरोना नियंत्रण में है। सभी त्यौहार अद्भुत ढंग से मनाकर आनंद ले सकते हैं। गाँवों की अपनी विशेष पहचान बने, इसके लिए सोचें। अपने गाँव को गौरव से भर देंगे, तो मध्यप्रदेश आगे बढ़ेगा।