केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ने गुवाहाटी में ठहरे महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे गुट के कुछ विधायकों को वाई- प्लस सुरक्षा उपलब्ध कराई है।
श्री शिंदे ने कल आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र पुलिस ने असंतुष्ट विधायकों और उनके परिवार के सदस्यों को मिली पुलिस सुरक्षा हटा ली है। राज्य के गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने इन आरोपों का खंडन किया है।
दूसरी तरफ महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति आज छठे दिन भी बनी हुई है। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि वे अभी भी गुवाहाटी में ठहरे बागी विधायकों से संपर्क में हैं। उन्होंने गुवाहाटी में बैठकर पार्टी संस्थापक बाल ठाकरे के प्रति निष्ठा का पाठ पढ़ाने के लिए बागी गुट की आलोचना की।
शिंदे गुट के विधायकों को चुनौती देते हुए श्री राउत ने कहा कि यदि उनमें हिम्मत है तो इस्तीफा देकर अपने निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव जीतने का साहस दिखाएं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दो तिहाई विधायकों के शिंदे गुट में जाने के बावजूद महाविकास अघाड़ी सरकार बनी रहेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि उद्वव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के आग्रह पर महाविकास अघाड़ी सरकार के मुख्यमंत्री बनाये गये थे।
इस बीच, महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चन्द्रकांत पाटिल ने बागी नेता एकनाथ शिंदे, गृहमंत्री अमित शाह और देवेन्द्र फडणवीस की बडोदरा में किसी गुप्त बैठक होने के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी केवल महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रही है।
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