रामनवमी शोभायात्रा के दौरान कई राज्यों में हिंसा देखने को मिली। हालांकि, घटना के बाद प्रशासन ने हालात सामान्य होने का दावा किया था, लेकिन अगले दिन फिर से कई जगहों पर बवाल हुआ। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रामनवमी का पर्व 30 मार्च को पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया गया। हालांकि, इस दौरान देश के अलग-अलग राज्यों में शोभायात्रा पर पत्थरबाजी की घटनाओं से दंगे की स्थिति पैदा हो गई। दंगाइयों ने इस कदर उत्पात मचाया कि लोगों की आत्मा तक सहम गई। पश्चिम बंगाल से लेकर गुजरात और महाराष्ट्र तक शांति और सौहार्द जैसे शब्दों को आग के हवाले कर दिया गया। इस दौरान कानून व्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी निभाने वाला सिस्टम भी आग की धधकती लपटों में स्वाहा हो गया। हैरानी इस बात की है सिर्फ रामनवमी के दिन ही हिंसा नहीं हुई, अगले दिन भी फोर्स तैनात होने के बावजूद भीड़ पत्थर चलाती दिखाई दी।
मीडिया सूत्रों की माने तो, कई राज्यों में रामनवमी समारोह के दौरान हिंसक वारदातें सामने आई हैं। कई जगहों पर हुए पथराव, गोलीबारी और आगजनी में कई लोग घायल हो गए हैं तो कई लोगों को हिरासत मे भी लिया गया है। बिहार-बंगाल में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए धारा 144 लगा दी गई है। वहीं इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। महाराष्ट्र-गुजरात, बिहार-बंगाल के बाद झारखंड से भी हिंसक वारदात की खबर सामने आई है। महाराष्ट्र्-गुजरात में हिंसा के एक दिन बाद कई जिलों में माहौल तनावपूर्ण रहा। बंगाल के हावड़ा में, जिले में पथराव की ताजा घटनाओं की सूचना मिली, जिसके बाद अधिकारियों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी।
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें