मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अजीत पवार के नेतृत्व वाले राकांपा के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में चार और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें एक आरोपित अमित हिसाम सिंह कुमार की गिरफ्तारी हरियाणा के कैथल से की गई है। इस पर शूटर और मुख्य साजिशकर्ता के बीच महत्वपूर्ण कड़ी होने का संदेह है। कहा जा रहा है कि अमित हत्या की साजिश रचने और अंजाम देने में शामिल था। उसके और अन्य आरोपितों के बीच हुए पैसों के लेन-देन की जांच की जा रही है। तीन अन्य की गिरफ्तारी पुणे से की गई है। इस मामले में अब तक कुल 14 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुणे से गिरफ्तार आरोपितों के नाम रूपेश राजेंद्र मोहोल, करण राहुल साल्वे और शिवम अरविंद कोहाड़ हैं। पुलिस के अनुसार, अमित गिरफ्तार किए गए एक शूटर गुरमेल सिंह और मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद जीशान अख्तर के बीच महत्वपूर्ण लिंक था। अख्तर फिलहाल फरार है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, अख्तर का हमलावरों और हत्या के साजिशकर्ताओं दोनों से संबंध था। अपराध शाखा की एक टीम मंगलवार शाम हरियाणा से अमित को पकड़कर बुधवार सुबह मुंबई ले आई। उसे चार नवंबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच कर रही टीम को अभी हत्या का असल उद्देश्य नहीं पता चल पाया है। अभी अलग-अलग बिंदुओं से इस हत्याकांड की जांच की जा रही है। इसमें सुपारी देकर हत्या, कारोबारी प्रतिद्वंद्विता या मुंबई में झुग्गी पुनर्वास परियोजना को लेकर उन्हें मिली धमकियों से जुड़े पहलू शामिल हैं।पुलिस दो संदिग्ध शूटर धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस हत्याकांड में अब तक की जांच से पता चला है कि ठाणे में सुपारी लेकर हत्या करने वाले पांच लोगों के गिरोह को शुरू में सिद्दीकी की हत्या की सुपारी दी गई थी। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने अपराध को अंजाम देने के लिए 50 लाख रुपये मांगे थे, लेकिन धनराशि पर सहमति न बन पाने के कारण यह गिरोह पीछे हट गया था। पुलिस ने वांछित आरोपितों गौतम, शुभम लोनकर और अख्तर की तलाश तेज कर दी है। आरोपितों को देश से भागने से रोकने के लिए उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। हरियाणा से गिरफ्तार आरोपित ने जीशान को दी थी शरण जागरण संवाददाता के अनुसार, हरियाणा के कैथल से गिरफ्तार अमित हिसाम सिंह कुमार पर आरोप है कि उसने जीशान अख्तर को फरारी के दौरान करनाल में किराये के एक मकान में शरण दी थी। कैथल जिले के गांव बात्ता के रहने वाले 29 वर्षीय अमित पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। जीशान बाबा सिद्दीकी हत्याकांड से पहले अगस्त और सितंबर में शहर के एक होटल और निजी संस्थान में रहा था। अमित भी उसके साथ 15 दिन रहा। उसने कुछ दिन गांव हरसौला में भी बिताए। वह जिन-जिन के संपर्क में आया था, मुंबई क्राइम ब्रांच ने उन सभी से दो दिनों तक पूछताछ की। मिड-डे के मुताबिक, मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी (डिटेक्शन) दत्ता नलावडे ने कहा, ”सिद्दीकी की हत्या के मामले में अमित की भूमिका स्थापित हो गई है। उसने न केवल मुख्य साजिशकर्ता को शूटरों से जोड़ा, बल्कि पूरी साजिश में भी शामिल था।
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