केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सरकार का उद्देश्य पूर्वोत्तर भारत को विवाद मुक्त, उग्रवाद मुक्त, शस्त्र मुक्त और शांतिपूर्ण बनाना है। श्री शाह ने आज अरुणाचल प्रदेश के तिराप जिले के नरोत्तम नगर में रामकृष्ण मिशन स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि बहुत वर्षों तक पूर्वोत्तर भारत ने कई समस्याओं का सामना किया है लेकिन वर्ष 2014 से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इन समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।
गृहमंत्री ने कहा कि क्षेत्र के नियोजित विकास के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने योजना तैयार की है जिसके तीन भाग हैं। उन्होंने कहा कि पहले भाग में क्षेत्र की संस्कृति और विविधता का न केवल संरक्षण करना है बल्कि इसे पूरे देश में प्रोत्साहित करना है। श्री शाह ने कहा कि दूसरे भाग में पूर्वोत्तर की समस्याओं का समाधान करना है और क्षेत्र के युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए मंच देना है। तीसरे भाग में पूर्वोत्तर क्षेत्र के आठों राज्यों को देश भर में सबसे विकसित बनाना है।
केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा कि केन्द्र पूर्वोत्तर क्षेत्र में सीमा से संबंधित विवादों के समाधान के लिए काम कर रहा है। असम और मेघालय के बीच 60 प्रतिशत सीमा विवाद का शांतिपूर्ण समाधान हो चुका है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वर्ष 2023 के अंत तक असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच सीमा विवाद का समाधान हो जाएगा।
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