सीमा सड़क संगठन- बीआरओ आज अपना स्थापना दिवस मना रहा है। देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में ढांचागत विकास के क्षेत्र में अग्रणी बीआरओ राष्ट्र के लिए अपनी शानदार सेवा के 63 वर्ष पूरे कर रहा है। एक साक्षात्कार में संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने बीआरओ के सभी सेवानिवृत्त और वर्तमान कर्मियों को बधाई दी है। श्री राजीव चौधरी ने पिछले वर्ष के दौरान संगठन की प्रमुख उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्वी लद्दाख के उमलिंग ला दर्रे पर समुद्र तल से 19 हजार चौबीस फीट की ऊचांई पर सड़क बनाई गयी है, जो अब आधिकारिक तौर पर दुनिया की सबसे ऊंची मोटर वाहन चलाने योग्य सड़क बन गई है।
बीआरओ ने वर्ष 2021 में कोविड महामारी के बीच बहुत अधिक ऊंचाई पर और मौसम की विषम परिस्थितियों में रिकॉर्ड संख्या में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा किया है। संगठन ने श्रीनगर-कारगिल-लेह मार्ग पर यातायात के लिए बंद ज़ोजी ला दर्रा को भी 73 दिनों में फिर से खोलने की महत्वूपर्ण उपलब्धि भी हासिल की है। सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक ने कहा कि बीआरओ की उपलब्धियों ने क्षेत्रीय अखंडता और देश के साथ-साथ भारत के पड़ोस के सबसे दुर्गम क्षेत्रों के कल्याण और प्रगति को सुनिश्चित किया है। श्री राजीव चौधरी ने संगठन की सभी रैंकों से नए जोश और समर्पण के साथ उत्कृष्टता के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया।
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