ड्रोन इस्तेमाल में बनायेंगे मध्यप्रदेश को नम्बर वन : मुख्यमंत्री श्री चौहान

0
233

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है किआत्म-निर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिये सरकार सभीदिशाओं में काम कर रही है। इस दिशा में प्रदेश मेंड्रोन तकनीक को भी प्रमुखता से अपनाया गया है।हम मध्यप्रदेश को ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल मेंनम्बर वन राज्य बनायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहानगुरूवार को ग्वालियर में प्रदेश के पहले ड्रोन स्कूलके उदघाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एमआईटीएस मैदान मेंरिमोट के जरिए ड्रोन उड़ाकर प्रदेश के पहले ड्रोनस्कूल का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर के माधवप्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एमआईटीएस) मेंकेन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्रसिंह तोमर तथा केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्रीज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ प्रदेश के पहले ड्रोनस्कूल और एमआईटीएस के नवनिर्मित बॉयजहॉस्टल का उदघाटन किया। खजुराहो सांसद एवंप्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वी. डी. शर्मा, खेल एवंयुवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकासएवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्रीतुलसीराम सिलावट, राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंहराजपूत, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रीडॉ. प्रभुराम चौधरी, अन्य मंत्रिगण, सांसद श्री विवेकनारायण शेजवलकर व भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीकमल माखीजानी सहित जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खुशी की बात हैकेन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्यसिंधिया की पहल पर प्रदेश में पाँच ड्रोन स्कूलखुलने जा रहे हैं। इनमें से आज पहले स्कूल काशुभारंभ ग्वालियर में हो गया है। राज्य सरकार नेनई स्टार्टअप नीति बनाई है, जिसमें युवाओं केनवाचारों को धरातल पर लाने में सरकार भरपूरआर्थिक और तकनीकी मदद मुहैया करायेगी।उन्होंने कहा कि इंदौर के विद्यार्थियों ने नए – नएस्टार्टअप शुरू कर 800 से 1000 करोड़ तक कीकंपनियाँ विकसित कर ली हैं। सरकार की स्टार्टअपनीति का लाभ उठाकर ग्वालियर के युवा भी नएनए स्टार्टअप खड़े कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्रीचौहान ने दोहराया कि हमारा संकल्प है कि प्रदेशके युवा नौकरी मांगने वाले नहीं नौकरी देने वालेबनें।

ड्रोन कृषि नीति का लाभ उठाकर आत्म-निर्भरबनने के लिये आगे आएँ युवा : केन्द्रीय मंत्री श्रीतोमर

केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्रसिंह तोमर ने कहा कि देश में कृषि के क्षेत्र में ड्रोनतकनीक को विशेष बढ़ावा दिया जा रहा है। निकटभविष्य में इस तकनीक के इस्तेमाल से क्रांतिकारीप्रगति सामने आयेगी। उन्होंने कहा भारत सरकार केकृषि विभाग ने ड्रोन नीति जारी कर दी है, जिसमें 12वीं पास बच्चे 4 लाख रूपए तक का अनुदानप्राप्त कर ड्रोन पायलट के रूप में अच्छा रोजगार पासकते हैं। इसी तरह यदि कृषि स्नातक ड्रोनतकनीक की कोई इकाई स्थापित करना चाहते हैंतो वह 5 लाख तक का अनुदान पा सकते हैं।इसके अलावा संस्थान भी कृषि ड्रोन नीति में 100 प्रतिशत तक अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। श्री तोमरने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मकान कामालिकाना हक दिलाने में ड्रोन तकनीक महत्वपूर्णभूमिका निभा रही है। इसी तरह टिड्डी दल केआक्रमण को असफल करने में ड्रोन तकनीकक्रांतिकारी साबित हुई है।

ड्रोन स्कूलों के जरिए साल भर में ढ़ाई हजार ड्रोनपायलट होंगे तैयार : केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया

केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्यसिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कासपना है कि भारत किसी भी देश का फोलोअर नहींलीडर बने। इसी संकल्पना को साकार करने केलिये ड्रोन को गाँवगाँव और घरघर में पहुँचाने केप्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत 11 दिसम्बर को प्रदेश में 5 ड्रोन स्कूल खोलने कीघोषणा की गई थी। खुशी की बात है कि मात्र 90 दिन के भीतर सभी औपचारिकताएँ पूरा करने केबाद आज ग्वालियर में पहला ड्रोन स्कूल शुरू होगया है। श्री सिंधिया ने बताया कि इस ड्रोन स्कूलमें हर माह 40 से 50 बच्चों को ड्रोन तकनीक मेंप्रशिक्षित किया जायेगा। इस प्रकार साल भर मेंलगभग 500 युवा ड्रोन पायलट के रूप में तैयारहोंगे। ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण प्राप्त युवा हर माहऔसतन 30 हजार रूपए की आय आसानी से अर्जितकर पायेंगे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के पाँचोंड्रोन स्कूल शुरू होने पर साल भर में लगभग ढ़ाईहजार ड्रोन पायलट तैयार होंगे। श्री सिंधिया नेखुशी जाहिर करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश वर्तमानमें ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल में देशभर के अग्रणीराज्यों में से एक है।

सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने भी विचारव्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मेरे लिये आज विशेषखुशी का दिन है कि जिस एमआईटीएस में मैंनेअपनी पढ़ाई की, उसी में मुझे प्रदेश के पहले ड्रोनस्कूल के उदघाटन कार्यक्रम में शामिल होने काअवसर मिला।

एमआईटीएस के निदेशक डॉ. आर.के. पंडित नेस्वागत उदबोधन दिया। कार्यक्रम में भारतीयप्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी श्रीप्रशांत मेहता भी मौजूद थे। संचालन एमआईटीएसके प्राध्यापक डॉ. मनीष दीक्षित ने किया।

डॉ. कुसुमलता सिंघल व डॉ. भागीरथ प्रसाद कोकिया सम्मानित

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्रीद्वय श्री नरेन्द्र सिंह तोमर व श्री ज्योतिरादित्यसिंधिया सहित अन्य अतिथियों ने राजमाताविजयाराजे सिंधिया नारी शक्ति सम्मान से सेवाभावीचिकित्सक डॉ. कुसुमलता सिंघल को सम्मानितकिया। साथ ही स्व. माधवराव सिंधिया के नाम सेस्थापित कुशल प्रशासक सम्मान पूर्व सांसद एवंभारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त वरिष्ठअधिकारी डॉ. भागीरथ प्रसाद को सम्मानित कियागया। इन सभी को सम्मान स्वरूप शॉल श्रीफल औरप्रशस्ति-पत्र भेंट किए गए।

स्व. माधवराव सिंधिया की प्रतिमा पर अर्पित कीपुष्पांजलि

ड्रोन स्कूल के उदघाटन से पहले मुख्यमंत्री श्रीशिवराज सिंह चौहान सहित सभी अतिथियों नेएमआईटीएस में पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवरावसिंधिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हेंनमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. सिंधिया कुशल संगठक और श्रेष्ठ प्रशासक के साथजनता के सच्चे सेवक थे। उन्होंने ग्वालियरचंबलअंचल सहित सम्पूर्ण प्रदेश के विकास में महत्वपूर्णयोगदान दिया।

Google search engine

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here