मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का प्रतिदिन पौध-रोपण संकल्प एक जन-आंदोलन का रूप लेता जा रहा है। एक मार्च से शुरू हुए पौध-रोपण महाअभियान में 4 मार्च तक प्रदेश के 6 लाख 58 हजार 906 लोगों ने पौध-रोपण में रुचि दिखाते हुए रजिस्ट्रेशन करवाया है। चौथे दिन तक लोगों ने 4 लाख 72 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया। अंकुर-वायुदूत एप में एक मार्च को रजिस्टर्ड लोगों की संख्या 52 हजार 76 थी, जो आज लगभग 12 गुना बढ़कर साढ़े 6 लाख से अधिक हो गई।
अभियान से जुड़ने वाले लोग 3 माध्यमों मिस कॉल, सीएम इवेंट्स एवं अंकुर-वायुदूत से पौध-रोपण की सूचना शासन को भेज रहे हैं। आज 4 मार्च तक एक लाख 27 हजार 943 लोगों ने 0755-270-6666 पर मिस कॉल कर पौध-रोपण की जानकारी दी। इनमें 88 हजार 467 यूनिक कॉलर हैं, जिन्होंने इतना ही पौध-रोपण किया। सीएम इवेंट्स में 30 हजार 545 रजिस्ट्रेशन और 21 हजार 497 पौध-रोपण हुए। इसमें प्रतिभागियों द्वारा 35 हजार 965 फोटो अपलोड की गईं। भोपाल जिले में सर्वाधिक 7 हजार 378 लोगों ने एक हजार 736 पौध-रोपण कर 3 हजार 486 फोटो अपलोड की।
अंकुर-वायुदूत में लगभग साढ़े 5 लाख रजिस्ट्रेशन
पौध-रोपण महाअभियान में एक मार्च को प्रदेश के 52 हजार 76, 2 मार्च को 99 हजार 712 और 3 मार्च को एक लाख 67 हजार 566 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। आज यह आंकड़ा 5 लाख 48 हजार 942 पर पहुँच गया। एप में 3 लाख 62 हजार 40 पौध-रोपण दर्ज किये गये। अभियान का समापन कल 5 मार्च को होगा।
भोपाल-इंदौर जिलों में दिखा पौध-रोपण के प्रति जबरदस्त रुझान
महाअभियान में 4 मार्च तक सर्वाधिक 47 हजार 778 रजिस्ट्रेशन और 39 हजार 673 पौध-रोपण के साथ भोपाल सर्वोपरि है। अग्रणी जिलों में इंदौर में 47 हजार 530 रजिस्ट्रेशन और 21 हजार 107 पौध-रोपण, होशंगाबाद में 45 हजार 960 रजिस्ट्रेशन और 34 हजार 757 पौध-रोपण, गुना में 33 हजार 862 रजिस्ट्रेशन और 26 हजार 347 पौध-रोपण, शिवपुरी में 32 हजार 610 रजिस्ट्रेशन और 21 हजार 683 पौध-रोपण, सिवनी में 22 हजार 72 रजिस्ट्रेशन और 15 हजार 49 पौध-रोपण, रीवा में 20 हजार 354 रजिस्ट्रेशन और 13 हजार 791 पौध-रोपण, जबलपुर में 19 हजार 486 रजिस्ट्रेशन और 15 हजार 33 पौध-रोपण, बैतूल में 15 हजार 106 रजिस्ट्रेशन और 10 हजार 180 पौध-रोपण, धार में 13 हजार 928 रजिस्ट्रेशन और 3 हजार 143 पौध-रोपण, बुरहानपुर में 13 हजार 75 रजिस्ट्रेशन और 9 हजार 225 पौध-रोपण, रतलाम में 12 हजार 263 रजिस्ट्रेशन और 8 हजार 607 पौध-रोपण और हरदा में 11 हजार 358 रजिस्ट्रेशन और 8 हजार 813 पौध-रोपण शामिल हैं।